स्कूल बस का रंग पीला पीला क्यों होता है ? |
हम सभी ने अक्सर देखा होगा स्कूल बस पीले रंग की ही होती है स्कूल बस के पीले रंग में होने के क्या क्या कारण होते हैं आइये जानते हैं , एक तो सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल बस पीली रंग में ही पेंट की जाती है और यह दूर से देखने पर आसानी से नजर आ जाती है चूकि यह बच्चों को ले जाने का वाहन है इसलिए इसकी सुरक्षा का ध्यान पहले रखा जाता है। पीला रंग किसी भी स्थिति में आसानी से नजर आ जाता है चाहे वो कोहरा हो, बरसात हो, रात यह आसानी से किसी की भी नजर में आ जाता है।
Wavelength और Frequency का खेल
लाल रंग की Wavelength लगभग 650nm सबसे ज्यादा होती है जो की सफ़ेद रंग का ही कॉम्पोनेन्ट होता है। यह नीले रंग की तरह फैलता नहीं है क्योंकि नीले रंग का Wavelength बहुत कम होता है इस प्रकार इसमें अधिकतम फैलाव होता है इसलिए आकाश हमें नीले रंग का दिखाई देता है। लाल रंग के wavelength के अधिक होने से इसको खतरे के लिए ही इंगित किया जाता है और यह दूर से आसानी से दिखाई दे जाता है।
पीले रंग का पेरीफेरल विज़न 1.24 लाल रंग की तुलना में ज्यादा होता है।
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइंस
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइंस के अनुसार प्रत्येक स्कूल बस का रंग पीला होना चाहिए जिसका पालन न होने पर दंड का भी प्रावधान है। गाइड लाइंस के अनुसार क्या क्या और विशेष बातें होनी चाहिए आइये जानते हैं-
- स्कूल बस में आगे और पीछे "School Bus" लिखा होना चाहिए।
- अगर वो बस जो किराये पर ली गयी है और स्कूल के बच्चों को ले जा रही है तो उसके पीछे आगे "On Duty" लिखा होना चाहिए।
- स्कूल बस के विंडो सीट की खिड़की में ग्रिल लगा होना किये ताकि कोई भी बच्चा बाहर हाथ या सर न निकाले और जिससे कोई दुर्घटना न हो।
- बस में एक "फर्स्ट एड बॉक्स" होना आवश्यक है।
- बस में बच्चों के बैग रखने के लिए जगह होनी चाहिए।
- बस में एक अटेंडेंट होना चाहिए।
- स्कूल बस की स्पीड 40 Km/h से ऊपर नहीं होनी चाहिए।
- अगर बच्चे की उम्र 12 साल से कम है तो बस में सीट पर 1से 2 बच्चे बैठ सकते हैं , वहीँ अगर बच्चे की उम्र 12 साल से अधिक है तो उसे पूरी सीट दी जाएगी।
- स्कूल बस के ड्राइवर के पास अपना एक LMV ट्रांसपोर्ट लाइसेंस होना चाहिए और बस चलते समय वॉइलेट कलर का शर्ट और पेंट पहना होना चाहिए।
- स्कूल बस के दरवाजे जब खुलते हों तब उनके लॉक्स सही होने चाहिए।
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